How CT Scan Machine Works

How CT Scan Machine Works & New Tecnology Computed Tomography

how ct scan works: ct scan सीटी स्कैन एक मेडिकल इमेजिंग प्रक्रिया है जो शरीर की क्रॉस-सेक्शनल छवियां बनाने के लिए एक्स-रे और computed tomography प्रोसेसिंग का उपयोग करती है। इसका उपयोग आमतौर पर विभिन्न अंगों और ऊतकों का आकलन करने, असामान्यताओं का पता लगाने और खत्म करने के लिए पता किया जाता हैl

CT scan क्या होता है

CT scan (कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन है), जिसे सिटी स्कैन के रूप में भी जाना जाता है, एक मेडिकल इमेजिंग तकनीक है जो शरीर की विस्तृत क्रॉस-सेक्शनल छवियां बनाने के लिए एक्स-रे और कंप्यूटर प्रोसेसिंग के जरिये जोड़ती है। यह पारंपरिक एक्स-रे की तुलना में हड्डियों, अंगों, रक्त वाहिकाओं और कोमल ऊतकों सहित आंतरिक संरचनाओं का अधिक विस्तर से बताता है।

CT scan शरीर की कई क्रॉस-सेक्शनल छवियां उत्पन्न करने के लिए एक घूमने वाली एक्स-रे मशीन और एक कंप्यूटर का उपयोग करता है। स्कैन किए गए क्षेत्र का टूटी फूटी करेक से संबंधित छवियों को इस्तेमाल कर के जोड़ा जा सकता है। सीटी स्कैन आमतौर पर विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों के निदान और निगरानी के लिए किया जाता है, स्कैन कर के शारीर में होनर वाली घटनाओ को दर्शाता हैl जिसे डॉक्टर आसानी से पेशेवर व्यक्ति को देख लिया जाता हैl

लेकिन हम बात करेगे की कोण – कोण से विमारियो के लिए CT scan का यूज किया जाता है जैसे-

1. कैंसर का पता लगाना और उसकी स्टेजिंग करना
2. फ्रैक्चर और आंतरिक रक्तस्राव जैसी चोटों का मूल्यांकन करना
3. संक्रमण या सूजन की सीमा का आकलन करना
4. मस्तिष्क, छाती, पेट, श्रोणि और शरीर के अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली स्थितियों का निदान और निगरानी करना
5. बायोप्सी और सर्जरी जैसी चिकित्सा प्रक्रियाओं का मार्गदर्शन करना

यह निर्धारित करने के लिए कि CT scan आवश्यक है या नहीं, जोखिमों और लाभों को समझें और प्रक्रिया के संबंध में उचित मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

CT scan के समय इन बातो को ध्यान दे:-

CT scan की तैयारी करना: सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा ढीले, आरामदायक कपड़े पहने। ऐसे कपड़ों और एक्सेसरीज़ से बचें जिनमें ऐसे धातु हो। इनमें शामिल हैं जैसे:
बेल्ट, ज़िपर्स, स्नैप्स, बटन, हेयर एक्सेसरीज़, घड़ी, आभूषण, गैर-स्थायी रिटेनर 
चश्मे (खासतौर पर सिर के सीटी स्कैन के लिए,

देखभाल टीम को यह बताना सुनिश्चित करें कि क्या आपके बच्चे को:

  • कंट्रास्ट एजेंट्स या आयोडीन से एलर्जी है
  • उसके गर्भवती होने की संभावना है
  • छोटे स्थानों पर असहज महसूस होता है
  • विशेष व्यवहार की ज़रूरत है 
  • मधुमेह/डायबीटीज़ या गुर्दे से संबंधित समस्याएं हैं

CT scan करने के लिए बहुत सरे प्रोसेस किया जिसकी प्रक्रिया निचे बताये गए है:

1. तैयारी: रोगी को अस्पताल का गाउन पहनने और किसी भी धातु की वस्तु, जैसे गहने से संबंधित उपकरण को हटाने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि जब CT scan मशीन अपना काम को करता है उस वक्त मशीन काम करना बंद कर देता हैl

2. पोजिशनिंग: मरीज को एक मेज पर रखा जाता है जो सीटी स्कैनर में स्लाइड करता है, जो एक बड़ी, डोनट के आकार की मशीन है।

3. कंट्रास्ट माध्यम: उस वक्त संरचनाओं या असामान्यताओं की दृश्यता बढ़ाने के लिए एक कंट्रास्ट माध्यम, आमतौर पर आयोडीन-आधारित, को अंतःशिरा में प्रशासित किया जा सकता है।

4. स्कैनिंग: सीटी स्कैनर शरीर के चारों ओर विभिन्न कोणों से एक्स-रे छवियों की एक श्रृंखला लेता है। एक्स-रे ट्यूब रोगी के चारों ओर घूमती है, और मशीन में लगे डिटेक्टर शरीर से गुजरने वाली एक्स-रे की मात्रा को मापते हैं। मापने के बाद वे अपना डेटा अपने पास रख लेता है l

5. छवि पुनर्निर्माण: कंप्यूटर शरीर की विस्तृत क्रॉस-अनुभागीय छवि बनाने के लिए प्राप्त डेटा को अपने कंप्यूटर में लाकर छवियों के रूप में मॉनिटर पर देखाता है और आगे के प्रक्रिया को चालू रखता हैl
6. व्याख्या: एक रेडियोलॉजिस्ट छवियों की व्याख्या करता है और रेफर करने वाले चिकित्सक के लिए एक रिपोर्ट तैयार करता है, जो रोगी के साथ रिपोर्ट के रूप में प्रिंट आउट कर के देगा जिससे आप जान पाएगे आपकी प्रोबलेम क्या हैl

यह बातो लो ध्यान रखना होगा की सिटी स्कैन के उद्देश्य और चिकित्सा सुविधा द्वारा अपनाए गए प्रोटोकॉल के आधार पर विशिष्ट प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है। जो सीटी स्कैन से संबंध कोई भी जानकारी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से करना सबसे अच्छा है।

सिटी स्कैन किन किन कामो को कर सकता है

सीटी स्कैन का उपयोग शरीर के अलग- अलग क्षेत्रों में चिकित्सा स्थितियों और असामान्यताओं का आकलन और निदान करने के लिए किया जा सकता है। जैसे-

1. सिर और मस्तिष्क (head and brain): सीटी स्कैन ब्रेन ट्यूमर, मस्तिष्क में रक्तस्राव, स्ट्रोक, दर्दनाक मस्तिष्क की चोट और संक्रमण जैसी स्थितियों का निदान और निगरानी करने में मदद कर सकता है इसे आसानी से देखा जाता है, how ct scan works, how ct scan works
2. छाती (Chest): छाती के सीटी स्कैन का उपयोग निमोनिया, फेफड़ों के कैंसर और फुफ्फुसीय अन्त: शल्यता जैसे फेफड़ों के रोगों का मूल्यांकन करने के लिए किया जा सकता है। द्रव्यमान, फुफ्फुस बहाव, या महाधमनी आदि धमनीविस्फार जैसी स्थितियों का पता लगाने मदद कर सकते हैं।
3. पेट और श्रोणि: पेट और श्रोणि के सीटी स्कैन यकृत, गुर्दे, अग्न्याशय, प्लीहा, मूत्राशय और प्रजनन अंगों जैसे अंगों की विस्तृत छवियां प्रदान कर सकते हैं। वे पेट दर्द, गुर्दे की पथरी, ट्यूमर, सूजन जैसी बीमारियों का पत्ता लगाने में मदद कर सकते हैं।
4. रीढ़: रीढ़ की हड्डी का सीटी स्कैन रीढ़ की विकृति, हर्नियेटेड डिस्क, फ्रैक्चर या संक्रमण की पहचान करने में मदद कर सकता है। वे रीढ़ की हड्डी की प्रक्रियाओं या सर्जरी करने के लिए उपयोग किया जाता है l
5. मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली: सीटी स्कैन हड्डियों और जोड़ों की कल्पना कर सकता है, जिससे फ्रैक्चर, गठिया, ट्यूमर, संक्रमण या अन्य असामान्यताओं के निदान में सहायता मिलती है। वे उन फ्रैक्चर का पता लगाने में विशेष रूप से उपयोगी होते हैं जो एक्स-रे पर दिखाई नहीं दे सकते हैं।
6. रक्त वाहिकाएं: सीटी एंजियोग्राफी एक विशिष्ट प्रकार का सीटी स्कैन है जिसका उपयोग शरीर के विभिन्न हिस्सों, जैसे मस्तिष्क, हृदय या परिधीय धमनियों में रक्त वाहिकाओं को देखने के लिए किया जाता है। यह एन्यूरिज्म, रुकावट, या संवहनी विकृतियों जैसी स्थितियों का निदान करने में मदद कर सकता है।

CT scan का नया टेक्नोलॉजी अपडेट

एक AI सहायक के रूप में, मेरे पास CT scan तकनीक में नवीनतम अपडेट की वास्तविक समय की जानकारी नहीं है। हालाँकि, मैं इस क्षेत्र में हाल की प्रगति पर कुछ सामान्य जानकारी प्रदान कर सकता हूँ:

1. फोटॉन-गिनती डिटेक्टर (photon-counting detector): इन डिटेक्टरों को सीटी स्कैनर में पारंपरिक ऊर्जा-एकीकृत डिटेक्टरों को बदलने के लिए विकसित किया जा रहा है। फोटॉन-गिनती डिटेक्टर उच्च स्थानिक रिज़ॉल्यूशन, बेहतर वर्णक्रमीय इमेजिंग क्षमताओं और विकिरण खुराक को कम करने की क्षमता प्रदान करते हैं।
2. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) एकीकरण (artificial intelligence (AI) integration): छवि पुनर्निर्माण, शोर में कमी और स्वचालित छवि विश्लेषण में सहायता के लिए AI एल्गोरिदम को विकसित और सीटी स्कैनर में एकीकृत किया जा रहा है।, कलाकृतियों को कम करने और अधिक सटीक और कुशल नैदानिक ​​जानकारी प्रदान करने में मदद कर सकता है। , computed tomography, computed tomography
3. अल्ट्रा-हाई-रिज़ॉल्यूशन सीटी(Ultra-High-Resolution CT): इस तकनीक का लक्ष्य है और भी अधिक स्थानिक रिज़ॉल्यूशन प्रदान करना है, जिससे छोटी संरचनाओं के अधिक विस्तृत दृश्य और बेहतर नैदानिक ​​​​सटीकता को सक्षम किया जा सके। यह विशेष रूप से छोटे फेफड़ों के नोड्यूल की इमेजिंग या कोरोनरी धमनियों का आकलन करने के लिए उपयोगी हो सकता है।
4. कार्यात्मक सीटी इमेजिंग (functional ct imaging): सीटी इमेजिंग तकनीकों में विकास कार्यात्मक इमेजिंग की अनुमति देता है, जिससे ऊतक छिड़काव, रक्त प्रवाह और चयापचय गतिविधि का आकलन संभव हो जाता है। इससे विभिन्न बीमारियों के लक्षण वर्णन और स्टेजिंग में मदद मिल सकती है।
5. पोर्टेबल और प्वाइंट-ऑफ-केयर सीटी स्कैनर: आपातकालीन विभागों, एम्बुलेंस और दूरस्थ स्थानों में उपयोग के लिए कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल सीटी स्कैनर विकसित किए जा रहे हैं। ये स्कैनर इमेजिंग और निदान की अनुमति देते हैं, जिससे समय पर रोगी देखभाल की सुविधा मिलती है। जिससे रोगी को सुधार जाता सकता हैl

आपको हम बता दे की स्वास्थ्य देखभाल सुविधा और क्षेत्र के आधार पर विशिष्ट प्रौद्योगिकियों की उपलब्धता भिन्न हो सकती है। सीटी स्कैन तकनीक पर नवीनतम जानकारी के लिए, चिकित्सा पेशेवरों से परामर्श करना या विशेष चिकित्सा एल का संदर्भ लेना सबसे अच्छा है

tomography,tomography,tomography,tomography,tomography,tomography,tomography, computed tomography, computed tomography, how ct scan works, how ct scan works

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *